what can do facebook yaar

एक तरफ हमारी सरकार औेर प्रशासन हर संभव प्रयास कर रही है कि अपराध को जड़ से खत्म कर दिया जाए, मगर सच पूछा जाए तो कहीं न कहीं ये सब चोंचले बाजी ही है। इन दिनों रेलवे,सीबीआइ, पुलिस और प्रशासन हर कोई फेसबुक से जुड़ रहा है और जनता से ये भी अपील की जा रही है कि अपनी शिकायतें फेसबुक के जरिए प्रशासन तक पहुंचाए। अब ऐसे में सोचने वाली बात तो ये है कि क्या जिस देश में आदमी रो रो के अपनी जान दे देता है लड़की शोहदों के छेड़ने की शिकायती करती है तो  पुलिस सबूत मांगती है ऐसे में क्या फेसबुक पर दर्ज शिकायत की सुनवाई होगी, कतई नहीं हां ये जरूर है जिन नए लोगों की पुलिस में भर्ती हुई और उनको इंटरनेट की नॉलेज है उनका इंटरटेन हो
 जाएगा, इसके साथ ही बिजी सिडयूल से थोड़ा सा वक्त अपने दोस्तों को जरूर दे सकेंगे। सरकार नया फरमान बहुत उम्दा है इसमें कोई शक नहीं है मगर कुछ लोग ऐसे भी है जो न इस ओर ध्यान देंगे न ही इन शिकायतों की कोई सुनवाई होने वाली है। प्रशासन की इस प्रयास से बहुत लोगों को इंटरनेट का ज्ञान हो जाएगा मगर शिकायतों की सुनवाई नहीं होने वाली अभी जो हाल है फिलहाल उससे तो यहीं उम्मीद की जा रही है कि जब इंसान के सामने लोग अपना दुखड़ा सुनाते हैं तब हमारा प्रशासन सोता रहता है लिखित कंम्पलेन होने बाद भी थाने से और रेलवे से ऐसे लोगों को धक्के देकर निकाल दिया जाता है तो फिर फेसबुक कितना कारगर होगा ये तो वक्त बताएगा।
deepa srivastava

Comments

Sunil Kumar said…
sahi kaha aapne facebook ko bhi manyat milni chahiye sarthak post

Best one

अब तो जागो