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Showing posts from March, 2009
चुनाव "यु को होति है " उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से दस किलो मीटर दूर गाँव की जनता लोकसभा चुनाव को ग्रामसभा चुनाव समझती है।इस जनता को अपने गाँव की सड़क ,बिजली से मतलब है न की देश में चल रही समस्या से। जहाँ चुनाव महापर्व शुरू होते ही राजनेताओ से लेकर आम इन्सान भी इस पर्व में सम्मलित होता है ।चुनाव आते ही नेता शहर से लेकर गाँवो तक जाना शुरू करते है।अपने प्रचार प्रसार के लिए।फिर शुरू होता है ऐसे वादों और संकल्पों का सिलसिला जो जीतने के बाद बंद भी हो जाता है।ये वादे शहर की जनता के सामने सच भी होते है मगर गाँवो के लोगो के लिए सिर्फ वादा जो कभी नहीं पूरा होता है।ऐसे ही नेताओ के वादे और उस जनता जिसे चुनाव का मतलब ही नहीं पता उनसे बात चीत के कुछ अंश। आप की नज़र में चुनाव क्या है "यु को होति है" ये कहना खदरा निवासी शायरा का।जिसे चुनाव का मतलब ही नहीं पता कुछ समझाने के बाद कहती है "अरे यु जब नेता जी आवे है और कहे है हमका वोट दियो।और बतावे है की "वे हमरे गाँव मा बिजली लगवा दिहे"।यही सवाल जब सरस्वती से पूछा तो कहा है।एक ऐसा महिना जब बड़े लोग हमारे गाँव में आते
हजारो पिंकी की स्माइल अभी बाकी मुझे आस्कर तभी मिल जाता है जब किसी पिंकी के चेहरे पर मुस्कान आती है ।ये कहना है डॉ सुबोध का जो शुक्रवार दोपहर लखनऊ यू पी प्रेस क्लब के खास मेहमान थे ।डॉ सुबोध के आते ही लोगो का हुजूम इस तरह उनसे मिलने के लिए उमडा मानो कोई सेलेब्रेटी आ गया हो।डॉ सुबोध ने बताया बच्चो का होठ और तालू ७ से १२ सप्ताह के बीच बनता है जब वे माँ के गर्भ में होते है।तालू कटे होने बच्चे माँ का दूध नही पी पाते ऐसे बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते है और अपनी उम्र से १५ साल पहले मर जाते है.होठ कटे बच्चे का आरेशन ३ से ६ माह के बीच और तालू कटे का ९ से १२ माह के बीच हो तो जादा अच्छा होता है।मगर उनका इलाज भी होता है जिनकी उम्र इससे जादा है और जो बूढे हो गए है। अभी भारत में ऐसे ३५ हज़ार नए और दस हज़ार पुराने मरीजों का इलाज हो पा रहा है।जबकि पूरे भारत के बच्चो को इससे छुटकारा दिलाने में अभी १०० साल लग जाएगे।सुबोध ने ये भी कहा ऐसे बच्चे हीनभावना के शिकार भी हो जाते है।इन्हे कोई स्कूल नही भेजता वहां लोग इन्हे चिढाते है और मारते है। क्योकि जागरूकता की कमी है इनके परिवार में और गरीबी भी।डॉ सुबोध ने