after all she urs


 शादी ऐसा रिश्ता जिसमें समाज परिवार हर कोई साथ होता है और दंपति के सुखी जीवन की कामना भी करता मगर समाज में कुछ ऐसे दंरिदें भी बैठे हैं, जिनकी शादी भी इंसानों के साथ हो जाती है खबरों में देखा की पूराकलंदर फैजाबाद में एक पति ने अपनी पत्नी को शक की चलते जान से मार दिया। इतना ही नहीं अपने खूब को भी खत्म कर दिया दयानंद नाम का ये आदमी है बीएससी पास मगर सोच शायद किसी जानवर की है तभी ऐसा कदम कोई उठा सकता है जानकर अजीब लगा की बीवी पर इतना शक हुआ की वो लखनउ से नौकरी छोड़कर घर जाकर जम गया। करीब एक महीने से घर में था और हर रोज पत्नी की धुनाई करता था हद तो तब हो गयी जब पत्नी ने इस बात का विरोध किया की बेवजह उसपर शक न करे और ज्यादा दिक्कत है तो उसे साथ लेकर रखे। फिर क्या बीवी ने साथ रहने को क्या कहा उससे उसे जान से मार दिया साथ चार बेटियों को भी मौत के घाट उतार दिया। जिसमें एक बच्ची 11 साल की थी, एक 9 ,7 और पांच साल की थी। हद तो तब हो गयी जब हत्यारे के भाई ने चीख सुनी तो घर में आया, जब बडे़ भाई ने सबसे छोटी बच्ची को बचाने की कोशिश की तो हत्यारे ने उन्हें कुल्हाडी लेकर दौड़ा लिया। इसके बाद गांववालों हिम्मत नहीं पड़ी और उस नन्ही जान की चीखें हमेशा के लिए उसके बाप ने बंद कर दी। अजीब लगता है क्या ये बाप अपने बच्चियों को प्यार नहीं करता था या अपनी बीवी से प्यार नहीं करता था। इसने भी सात फेरे लेकर वो पत्नी की रक्षा करने की कसमें खायी थी मगर शक सारी कसमों और वादों पर हावी हो गया और एक इंसान ने अपना परिवार खत्म कर दिया। हम आप सब जानते हैं शक हमसे प्यार परिवार सबकुछ छीन लेता है मगर इससे बाज नहीं आना चाहते खासकर करके वो लोग जिनका कोई जमीर नहीं होता। कितना अजीब है जिस तरह एक पति अपनी पत्नी पर शक करता है अगर वैसे ही पत्नी भी शक करने लगे तो क्या वो परिवार से दूर रहकर कमाई कर सकता है, क्या उसका परिवार सुकून से रह सकेगा नहीं ऐसी गलती लोग क्यूं करते हैं इसका जवाब हम आप सब जानते हैं। जब पति पत्नी से दूर रहता उस समय पत्नी भी पति से दूर ही होती है तो जब पति खुद किसी और संबंध नहीं रखता तो पत्नी कैसे रख सकती है। जब कोई औरत मां-बाप को छोड़कर पति के साथ रहती है ऐसे में मुझे नहीं लगता की वो अपने पति को छोड़कर किसी पराये मर्द को देखना भी पसंद करेगी अगर करेगी भी तो सिर्फ उसकी जुल्म और सितम से मजबूर होकर। अब तो ये भी नहीं कह सकते की शक जैसी बीमारी जाहिलों को होती उत्तराखंड के इंजीनियर के बाद बीएससी पास इन महानुभाव की कहानी से तो ऐसा लगता कि पढ़े लिखे लोग जाहिलों से किसी मायने में बड़े जाहिल हैं। ऐसे केस को देखकर सवाल यही उठता है कि सच में शक वहीं करते हैं जो खुद अपनी पाटर्नर के लिए वफादार नहीं होते हैं
दीपा श्रीवास्तवा

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अब तो जागो