क्या करे औरत ?
आज कुछ अनोखा नहीं बल्कि वही पुरानी बात लिख रही हु जो कभी हमारे बाबा दादा कहते थे. की लडकिया घर में जयादा अच्छी लगती है. ऐसी ही सोच आज के युवा की भी वो खुद तो नोकरी करना कहते है पर ये नहीं चाहते की उनकी बीबी भी जॉब करे.
वो सिर्फ एक गृहणी हो जो उनका परिवार देखे उन्हें देखे पर खुद के सपनो को छोड़ दे. मतलब अपने सपने और जज्बात को स्वाहा कर दे. उसने क्या चाहा ये मतलब नहीं है . अगर वो भी जॉब करेगी तो जिन्दगी में खुशिया नहीं रहेगी ये मानना है कुछ युवा का.
ये आज पता चला लोगो की बात सुन के.आज भी औरत अपनी जिन्दगी नहीं जी सकती है ये है बदला युवा आज का युवा.
आज कुछ अनोखा नहीं बल्कि वही पुरानी बात लिख रही हु जो कभी हमारे बाबा दादा कहते थे. की लडकिया घर में जयादा अच्छी लगती है. ऐसी ही सोच आज के युवा की भी वो खुद तो नोकरी करना कहते है पर ये नहीं चाहते की उनकी बीबी भी जॉब करे.
वो सिर्फ एक गृहणी हो जो उनका परिवार देखे उन्हें देखे पर खुद के सपनो को छोड़ दे. मतलब अपने सपने और जज्बात को स्वाहा कर दे. उसने क्या चाहा ये मतलब नहीं है . अगर वो भी जॉब करेगी तो जिन्दगी में खुशिया नहीं रहेगी ये मानना है कुछ युवा का.
ये आज पता चला लोगो की बात सुन के.आज भी औरत अपनी जिन्दगी नहीं जी सकती है ये है बदला युवा आज का युवा.
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